जब बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से बिल्डर को पूरा लोन डिस्बर्स यानी लोन की पूरी एमाउंट मिल जाती है तब इएमआइ शरु होता है.
EMI: प्री-EMI में सिर्फ डिस्बर्समेंट एमाउंट पे आपको सिंपल इंटरेस्ट चुकाना है. जबकि Full-EMI में प्रिंसिपल और इंटरेस्ट दोनों शामिल होते हैं.